गले की हड्डी | Gale ki Haddi
एक भेड़िया था। वह बड़ा ही धूर्त था। एक दिन जंगल में घूमते-घूमते उसे एक मोटा-ताजा मरा हुआ बैल दिखाई … Read more
एक भेड़िया था। वह बड़ा ही धूर्त था। एक दिन जंगल में घूमते-घूमते उसे एक मोटा-ताजा मरा हुआ बैल दिखाई … Read more
पाटलिपुत्र नगर में चार ब्राह्मण मित्र रहते थे। वे बहुत ही निर्धन थे। एक दिन नगर में महात्मा भैरवानंद का … Read more
घने जंगल में एक पेड़ पर सोन चिरैया रहती थी। जब वह गाना गाती थी तो उसकी चोंच से मोती … Read more
मिथिला नगर में मनसुख नामक एक जुलाहा रहता था। एक दिन काम करते समय उसका करघा टूट गई। करघा बनाने … Read more
ब्रह्मपुर नगरवासी एक ब्राह्मण की पत्नी बहुत अधिक झगड़ालू थी कि रोज उसके कारण ब्राह्मण को अपने बंधु-बांधवों से भला … Read more
एक जंगल में अन्य सभी वृक्ष तो सुंदर व सीधे खड़े हुए थे, लेकिन एक वृक्ष ऐसा था जिसका तना … Read more
राजगढ़ के राजा शक्तिसिंह की दो रानियां थीं – प्रेमलता और सुमनलता। दोनों ही सगी बहनें थीं। कुछ समय बाद … Read more
एक भेड़ का छोटा बच्चा मेमन बहुत ही शरारती था। उसकी मां दिनभर उसके आगे-पीछे भागती रहती थी और शरारतें … Read more
आसमान पर काले घने बादल घिर आए थे। मैना जल्दी से उड़कर अपने घोंसले में पहुंचना चाहती थी। अंधेरा भी … Read more
किसी गांव में एक नटखट बंदर ने बड़ा उत्पात मचा रखा था। वह लोगों के घरों में घुसकर खाने-पीने की … Read more