आज ईशा को एनजीओ पर जाना था। आज उसका पहला दिन था। उसने अभी तक घर वालों को यह नहीं बताया था उसने नौकरी मिल गई है। वो एनजीओ जाकर थोड़े दिन देखना चाहती है।
ईशा आज सुबह जल्दी उठकर नहाकर तैयार होकर नीचे आती है। ईशा ने शार्ट कुर्ता और जीन्स पहनी हुई थी। ईशा नीचे आकर किचन कि तरफ आती है। रसोई में ममता जी होती है।
गुडमॉर्निंग मां ईशा ममता जी को देखकर बोलती है।
गुडमॉर्निंग बेटा आज क्या बनाने आई है रसोई में?
मां आपको तो पता ही है जिया के लिए चाय और क्या?
ईशा चाय बनाती हुई बोलती है।
ईशा की बच्ची मेरी चाय बन गई क्या? देख तुने कल वादा किया था। इसलिए मैं घर से सिर्फ दो कप चाय फिक्र ही आई हूं। सुबह सुबह जब मुझे तीन-चार कप चाय ना मिले तो तुझे पता है ना मेरी हालत।
ईशा और ममता जी रसोई में होती है। दोनों जिया की बात पर हंस रहे होते हैं। जिया बाहर सोफे पर बैठी होती है। और घर के चारों तरफ नजरे दौड़ा रही होती हैं। जैसी किसी को ढूंढ रही हो।
ईशा बाहर चाय लेकर आती है। जिसे तुम ढूंढ रही हो वो आज नहीं आए हैं। ईशा जिया की तरफ देखकर बोलती है।
ईशा धीरे बोल कोई सुन लेगा। जिया ईशा के मुंह पर हाथ रखकर बोलती है। फिर हाथ हटाकर इधर उधर देखती है। किसी ने सुना तो नहीं।
ईशा के मुंह से हाथ हटाकर एक कप चाय लेती है। और जल्दी जल्दी पीने लगती है। फिर ईशा का हाथ पकड़कर उसके कमरे में लेकर आती है।
जिया क्या हुआ तु मुझे वापस कमरे में क्यों लाई है?
ईशा मैं कह रही थी। पहले में राहुल जी से बात कर लेती हूं। उसके बात ही हम घरवालों को यह सब बताए तो।
जिया तु सही कह रही है। पर अपने प्यार की परिक्षा ज्यादा दिन मत रख और मुझे भी पता है। राहुल भाई भी तेरे से बहुत प्यार करते हैं। पर वो कुछ बोल नहीं रहे हैं। और मुझे तो तुम ही भाभी बनकर चाहिए। कितना अच्छा होगा ना हम दोनों कभी अलग ही नहीं होंगे।
जिया ईशा की तरफ देखती। हां ईशु तु कह तो सही रही है। पर ईशु मेरी बात भी मान तु तू अवि शादी मत कर सब को सच बता दें सब समझ जाएंगे। प्लीज़ ईशु। जिया उसकी तरफ देखती रहती है।
ईशा बनाए बनाकर तुझे चलना है तो चल आज हमारे इम्पोर्टेंट लेक्चर भी है और मुझे एनजीओ भी जाना है। इतना कहकर अपना बैग उठाकर कमरे से बाहर निकल जाती है।
दोनों नीचे आती है। नीचे ममता जी और अनिता जी बैठी होती है सोफे पर। ईशा नीचे आकर मां पापा और चाचु नहीं दिखाई दे रहे हैं?
बेटा वो आज जल्दी दुकान पर चले गए है। आज दुकान पर मॉल आने वाला है इसलिए।
ठीक है मां मैं कॉलेज जा रही हूं और आते हुए लेट हो जाएगा वो आज एक्स्ट्रा क्लास है इसलिए।
ममता जी अनिता जी की तरफ देखती है। ठीक है बेटा पर हो सके तो जल्दी आ जाना। क्योंकि रिश्ता तय होने के बाद लड़कियां ज्यादा देर तक बाहर नहीं निकलती है।
ईशा हां मैं गर्दन हिला देती है।
ईशा और जिया दोनों घर से निकल कर कॉलेज की तरफ बढ़ जाती है।
ईशा का मूड़ थोड़ा खराब था। पर वो चेहरे पर नहीं आने दे रही थी। वो बचपन से ऐसी ही थी। परिवार के लिए वो किसी से लड़ सकती थी। पर अपने लिए किसी से नहीं। यह तो आप देख ही सकते हैं। परिवार के लिए ईशा अपनी जिंदगी से लड़ने के लिए तैयार हो गई है। अवि से शादी करने के लिए राजी हो गई है।
जिया कॉलेज के बाहर स्कूटी रोकती है। ईशा और जिया दोनों अन्दर आते हैं। आज वो दोनों लेट हो चुकी थी। जिया और ईशा दोनों का स्केड ईयर ही था। दोनों के कुछ सब्जेक्ट्स सेम थे।
जिया और ईशा का हिस्ट्री की क्लास थी जो आज की मेन क्लास थी।
अगले भाग में
कैसा लगा आज का भाग आप सब को जरूर बताये और समीक्षा जरुर दे
धन्यवाद
Pooja…