आलोक जी नीचे आते हुए। आज हमारी तूफ़ान एक्सप्रेस कहा निकल गई? इतनी जल्दी ममता जी।
ममता जी आलोक जी को आरती देती हुई। ओर कहा जाएगी। आपकी एक लाड़ली दूसरी लाड़ली के यहां गई है।
आलोक जी मुस्कराते हुए ओहह तो जिया के घर गई है।
हम्म आपकी लाड़ली को समझाइए आप। अब उसकी शादी होने वाली है। और वो बाहर घुमती रहती है। किसी ने देख लिया तो क्या कहेंगे लोग।
आलोक जी ममता जी की हाथ से आरती की थाली लेकर टेबल पर रखते हैं। और ममता जी को हाथ पकड़कर सोफे पर बैठाते हैं। खुद भी उनके पास बैठकर ममता जी आप क्यों टेंशन ले रही हो। हमारी ईशा बिटिया बहुत समझदार हैं। वो हमारा नाक कभी नहीं कटने देगी। वो किसी और का खून जरूर है पर संस्कार हमारा है। ममता जी बहुत मुश्किल से ईश्वर ने हमें संतान का सुख दिया है। आप उसे खुलकर जीने दिजिए।
ममता जी आलोक जी की तरफ देखती है। फिर उठकर रसोई में चली जाती है। आलोक जी मन्दिर में चले जाते हैं।
ईशा जिया के घर आती है। सौरभ जी डाइनिंग टेबल पर बैठे नाश्ता कर रहे थे। रमा जी उन्हें नाश्ता परोस रही थी। दरवाजा खुला था। ईशा सिधी अन्दर आ जाती है। जिया..जिया करती हुई अन्दर आती है।
सौरभ जी और रमा जी ईशा को देखकर चेहरे पर मुस्कान आ जाती है। अरे ईशा बेटा तुम इतनी जल्दी? ईशा सौरभ जी और रमा जी की तरफ देखती है। अरे अकंल आंटी आप कब आए बाहर से।
बेटा कल सुबह ही आए थे हम। और बताओ कैसी हो तुम? मैं ठीक हूं। आप दोनों कैसे हैं? अरे जिसकी दो इतनी प्यारी प्यारी बेटिया हो वो कैसे होंगे?
ईशा हंसने लगती है। सौरभ ईशा को नाश्ता करने साथ में ही बैठा लेते हैं।
ईशा नाश्ता करने बैठ जाती है।
ईशा नाश्ता करती हुई रमा जी की तरफ देखकर। आंटी कल आपने चाची को दाल ढोकली बनानी सिखाई थी क्या?
रमा जी मुस्करा जाती है। हां मैं सर हिला देती है।
तभी बहुत अच्छी बनी थी। उस दाल ढोकली में मेरी तीन मां का प्यार मिला हुआ था। ईशा के फोन पर अचानक से मेसेज की आवाज आती है।
ईशा फोन देखती है। अवि का मेसेज होता है। आज शाम कहा मिलना और कितनी बजे यह सब लिखा होता है। ईशा एक बार घबरा जाती है। यह अवि जी मुझसे क्यों मिलना चाहते हैं?
पर अभी उस बात पर ध्यान ना देकर जिया के कमरे में आ जाती है। हे बेबी कैसी है। जिया अभी भी चंद्र ओढ़कर सो रही थी।
जिया की बच्ची अभी तक सो रही है आज तू।
ईशा परेशान मत कर मुझे निंद आ रही है। सोने दे ना।
अच्छा ठीक है तू सो जा तेरा सरप्राइज़ मैं…इतना ही बोलती है। जिया उठकर बैठ जाती है।
जिया मेरी बेस्टी हैपी बर्थडे
ईशा जिया को गले लगा लेती है।
जिया और ईशा दोनों इमोशनल हो जाता है। ईशु तु हमेशा मेरे बर्थडे को खास तरीके से मनाती हैं। अब तू अपने ससुराल चली जाएगी तो कौन मेरा ऐसा बर्थडे सरप्राइज़ करेगा।
ईशा जिया की तरफ अरे पागल ऐसा इमोशनल क्यों हो रही है। अंकल आंटी सब है ना। और मैं तेरे बर्थडे पर तेरे घर आ जाऊंगी ना तुझे सरप्राइज़ देने। इतना कहकर ईशा मुस्कराने लगती है। पर जिया अभी भी यही चाहती है ईशा अवि से शादी ना करें। वो उसके लायक था ही नहीं।
अच्छा बता तुझे क्या गिफ्ट चाहिए मेरी तरफ से? जिया ईशा की तरफ देखकर मैं जो मांग करूंगी वो तु देगी। ईशा जिया की बात से उसकी तरफ देखने लगती है। क्या चाहिए तुझे? जिया ईशा के हाथ को अपने हाथ में लेकर तू अवि से शादी मत कर प्लीज़ ईशु।
ईशा यह सुनकर चौंक जाती है।
अगले भाग में
कैसा लगा आज का भाग जरूर बताये और समीक्षा जरुर दे
धन्यवाद
Pooja…….