अनचाही शादी में मनचाहा दूल्हा 65 | unchahi shadi me manchaha dulha 65

जिया ईशा को देखकर उसके गले लग जाती है। ईशु तु आ गई। मैं बहुत खुश हूं। ईशु तु सच में कुछ सोचकर आई है ना?

ईशा मुस्कुराती हुई हां मैं सर हिला देती है। इतने मैं रमा जी ईशा और जिया के लिए मैगी बनाकर लेकर आती है। ईशा और जिया दोनों पलंग पर बैठकर मैगी खाने लगते हैं।

ईशा मैगी खाती हुई जिया की तरफ देखकर जिया आज तु क्या पहनने वाली है? जिसे तु लड़के वालों को बहुत अच्छी लगे और वो तुझे पसंद कर ले।

जिया ईशा की तरफ घूरते हुए ईशु मैंने तुझे यहां मेरी शादी तुड़वाने बुलाया है ना कि जुड़वाने मुझे शादी सिर्फ और सिर्फ राहुल जी से करनी है।

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ईशा जिया को गले लगाती हुई अरे मेरी जान तु तो नाराज़ हो गई। मेरा मतलब यह नहीं था। मैं तो बस इसलिए कह रही थी। मुझे उस हिसाब से प्लानिंग करनी पड़ेगी ना।

जिया ईशा को तीरछी नजरें से घुरती हुए। किस चिज़ की प्लानिंग ईशु?

अरे तेरे रिश्ता राहुल भाई से तय करवाना है ना तो प्लानिंग तो करनी पड़ेगी ना‌ फिर..।

रमा जी जिया के कमरे में आकर जिया बेटा पांच बजे से ऊपर हो चुका है तु अब तैयार हो जा। लड़के वाले कभी भी आते ही होंगे। जिया हां मैं सर हिला देती है।

राघव और आशा जी घर आते हैं। आशिष जी राघव की तरफ आकर यह तुने सही नहीं किया है राघव बहुत बड़ी ग़लती कर दी है तुने मुझ से टक्कर लेकर।

राघव आशीष जी की तरफ देखकर फिर मुस्कराते हुए। छोटे पापा गर्ग परिवार कभी टक्कर से डरता नहीं है। वैसे आप इतना क्यों डर रहे हो। आपने तो कुछ किया ही नहीं है।

राघव आशा जी को लेकर कमरे में चला जाता है। आशा जी को राघव सोफे पर बैठाता है। एक गिलास पानी देता है। आशा जी पानी पिकर राघव को अपनी पास बैठने को कहती हैं।

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राघव आशा जी के पास बैठ जाता है। मां आप चिंता मत कीजिए। मेरा कोई कुछ नहीं बिगाड सकता है। आप चिंता मत कीजिए। आपका बेटा आपके साथ हमेशा रहेगा। मुझे पता है आप पापा के जाने के बाद बहुत अकेले हो गए हो।

मैं उस समय बाहर पढ़ने नहीं जाना चाहता था आपके पास रहकर आपको अकेलापन दूर करना चाहता था,पर आपने मुझे बाहर भेजा क्योंकि उस समय मैं छोटा था इसलिए आप मुझे इन सब चक्करों में नहीं पड़ने दिया था।

पापा की मौत के बाद मैं भी एक बार अन्दर से टूट गया था समझ में नहीं आ रहा था मुझे मैं क्या करूं?

मां आप बिल्कुल चिंता मत कीजिए। पापा की मौत का बदला तो मैं उन सब से लेकर रहूंगा। मुझे पता है इसके पीछे किस किस का हाथ है बस एक बार सबूत हाथ लग जाए।

आशा जी राघव के गाल पर अपना रखकर बेटा जो भी तु कर रहा है या करेगा सम्भल कर करना। क्योंकि तेरे पापा के बाद एक तु ही है जो मेरी जिने का कारण है।

राघव हां मैं सर हिला देता है। फिर अपने‌ कमरे में चला जाता है।

जिया को ईशा तैयार कर रही होती हैं। जिया ने ब्लू कलर की नेट की साड़ी पहनी थी जिस पर पिंक वर्क था। मैचिंग ब्लाऊज पहना हुआ था। ईशा उसका मेकअप कर रही थी।

जिया ईशा को देखकर ईशा प्लीज़ मेकअप थोड़ा कम करना अगर लड़के वालों को मैं ज्यादा सुन्दर दिख गई तो वो मुझे पसंद कर लेंगे।

ईशा जिया की बात सुनकर हंसने लगती है। क्या जिया तु भी पागल है सच में।

हिमा बार मैं शोर‌ शराबे में नाच रही होती हैं। बहुत से लड़के लड़किया बार मैं नाच रहे होते हैं। हिमा ने शॉर्ट्स ड्रेस पहनी हुई थी। बाल खुले किए हुए थे‌। हाथ में महंगी घड़ी थी।

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एक लड़का हिमा की तरफ बढ़ता है जो थोड़ा नसे मैं लग रहा होता है। हिमा के कंधे पर हाथ रखता है। हिमा उस लड़के की तरफ देखती है।‌ फिर मुस्कुराती हुई अरे अवि तुम? यह लड़का और कोई नहीं ईशा का मंगेतर अवि होता है।

हिमा अवि के गले लग जाती है। अवि उसे गलत तरीको से छू रहा होता है। पर हिमा कुछ नहीं बोलती है। वो मुस्कराती हुए उसके साथ नाचने लगती है।

जिया का मेकअप बहुत सुंदर लग रहा था। बाल को कर्ल कीए हुए थे। कान में मैचिंग ईयरिंग, गले में नेकलेस,एक हाथ में ब्रासलेट, दूसरे में घड़ी। होंठों पर रेड कलर की लिपस्टिक सच में जिया बहुत प्यारी लग रही होती हैं।

ईशा जिया के सर पर छोटी बिन्दी लगा देती है मैचिंग की।

रमा जी जिया को देखने उसके कमरे में आती है। रमा जी जिया को देखकर आंख नम हो जाती है। ईशा पिछे खड़ी मुस्कुरा रही होती हैं। रमा जी जिया की तरफ बढ़कर अपने आंख से काजल निकालकर उसके कान पिछे लगा देती है। जिया भी इमोशनल होकर रमा जी के गले लग जाती है।

रमा जी ईशा की तरफ देखकर उसे भी अपने पास बुलाकर गले लगा लेती है। भगवान ने मुझे दो बेटियां दी है। सच में मैं बहुत नसीब वाली हूं। सौरभ जी दरवाजे के पास खड़े सब देख रहे थे सुन रहे थे। उनकी आंख भी नम हो जाती है। वो वापस नीचे चले आते हैं।


अगले भाग में

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धन्यवाद

पूजा गोयल

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