अनचाही शादी में प्यार 37 | Unchahi shadi me pyar 37

राघव रात को अस्पताल के बाहर बैच पर बैठा हो गया था। मधु जी आशा जी के कंधे पर सो रही थी। सुबह के सात से ज्यादा हो चुके थे।

बाहर हो रहे राघव पर धूप आने लगती है जिसे उसकी नींद खुल जाती है। एक ही दिन में राघव की हालत बुरी हो चुकी थी। बाल बिखरे हुए थे। कपड़े भी इधर उधर बैठने से और मधु जी को खाना खिलाने से मैले हो चुके थे।

राघव उठकर बैठता है उसकी आंख भी हल्की सूज चुकी थी। राघव उठकर अंगड़ाई लेकर आस पास देखता है। फिर उठकर अस्पताल के अन्दर चला जाता है।

गोयल हाउस में अभी ममता जी होती है। जो पूजा घर में बैठी माला बना रही थी। घर का दरवाजा ऐसे ही उडाला हुआ था।

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रमा जी और सौरभ जी भी गोयल हाउस आने के लिए रवाना हो जाते हैं। वो दोनों नाश्ता लेकर आते हैं। रमा जी और सौरभ जी दरवाजा खुला देखकर धीरे से अन्दर चले आते हैं। ममता जी को पता नहीं चलता वो दोनों आकर पीछे सोफे पर बैठ जाते हैं।

राघव अन्दर आकर आशा जी और मधु जी की तरफ देखता है। फिर ईशा को फोन करने के लिए मोबाइल हाथ में लेता है। हमें ईशा जी को सब बताना होगा वो ही अब परिवार का हिस्सा है। पर कैसे बताऊं? कही हिमा का सुनकर वो अपने आप हुआ याद करके फिर बिखर ना जाए।

राघव हिम्मत करके ईशा को फोन लगाता है। ईशा स्कूटी सड़क पर दौड़ा रही थी। वो अभिलाष जी की दवाई लेने गई थी जो अस्पताल में नहीं मिली थी। ईशा अपना फोन बजता देख स्कूटी को साइड में रोकती है फिर फोन उठाकर हां राघव जी।

ईशा जी कहा है आप अभी?

क्या हुआ राघव जी? हम तो छोटे पापा की दवाई लेने के लिए निकले हैं। पर आपकी आवाज हमें ज्यादा थकी हुई सी लग रही है। सब ठीक है ना? हिमा…हिमा कैसी है?

ईशा जी मुझे इस बारे में ही आपसे बात करनी थी। आप घर आ सकती है क्या? मैं अस्पताल से थोड़ी देर घर जा रहा हूं आप कह तो आपको रास्ते में लेता जाऊं?

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ईशा मन में लगता है कुछ ज्यादा ही सीरियस बात है तभी राघव जी घर पर बुला रहे हैं। हमें जाना चाहिए।

हां राघव जी मैं दवाई लेकर घर ही आती हूं आप मुझे लेते जाना।

ठीक है। इतना कहकर राघव फोन कट कर देता है।

राघव मन में ईशा जी को अस्पताल बुलाकर यह सब बताना ठीक नहीं होता। इसलिए घर पर ही बुलाया मैंने मुझे पता है बहुत हिम्मत है उनमें पर जब बात अपने अतीत की याद करने की आती है तो सब हिम्मत निकल बुल जाते हैं।

राहुल अभी भी नशे में सो रहा था। अभिलाष जी को दस बजे डिस्चार्ज मिलने वाला था अभी आठ ही बजे थे। ईशा दवाई लाकर घर में आती है।

घर आकर देखती है। ममता जी और रमा जी,सौरभ जी सब बातें में लगे थे। रमा जी अभी तक चिंता में थी इसलिए वो ममता जी की तरफ देखकर उनके हाथ अपने हाथ में लेकर ममता बहन हमें आपसे कुछ बात करनी है।

इतने में ईशा घर के अन्दर आती है ईशा बहुत जल्दी में लग रही थी इसलिए उसे देखकर ममता जी उसकी तरफ देखकर ईशा बेटा क्या हुआ तु इतनी जल्दी में कहा जा रही है?

मां हमें अभी घर जाना होगा राघव जी का फोन आया था वो हिमा को‌ कल से एडमिट किया हुआ है अस्पताल में इसलिए वो राघव जी हमें लेने के लिए आ रहे हैं हम अपना बैग लेकर आते हैं। इतना कहकर ईशा अपने कमरे से हैंडबैग लेकर आती है।

रमा जी और सौरभ जी ईशा को आते देख ईशा बेटा हिमा को हुआ क्या है सब ठीक तो है ना?

हां अंकल वो कुछ नहीं ऐसे ही बेहोश हो गई थी इसलिए पता नहीं मुझे उसे क्या हुआ है। ईशा ने झूठ बोला था क्योंकि वो हिमा की नशे की बात किसी को बतानी नहीं चाहती थी।

हिमा और मधु जी कितने ही बुरे क्यों ना हो ईशा हमेशा से समझती है उसे अपने ससुराल वालों की बात बाहर नहीं बतानी है चाहे वो पिहर ही क्यों ना हो।

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राघव का फोन आता है ईशा के फोन पर ईशा घर से बाहर चली आती है। राघव की गाड़ी खड़ी थी ईशा राघव के पास वाली सिट पर आकर बैठ जाती है।

अंजली और मानवी उठ चुके थे। मानवी कमरे में अपने आंख पर मेकअप कर रही थी। अंजली नाश्ता बनाकर लेकर आती है। फिर मानवी की तरफ देखकर इतना मेकअप करने से तेरे राहुल जी चाहने नहीं लगेंगे तुझे।

मानवी मुस्कराती हुई अंजली की तरफ देखती है फिर काजल उठाकर अपनी आंख में लगाकर अंजली की तरफ मुड़कर उसके गले में अपने दोनों हाथ लटकाकर अरे जान चिंता मत करो जो सर ने बोला है वो हम करके रहेंगे।

अंजली भी उसकी बात सुनकर मुस्कुरा देती है। मानवी यह लो फटाफट नाश्ता कर लो। क्योंकि अब हम दोनों को पर्सनल सेक्रेटरी की नौकरी मिली हुई है इसलिए हमें उन दोनों से पहले पहुंचना होगा। तुम समझ रही हो ना?

हां मैं अच्छे से समझ रही हूं। अंजली तुम आज वापस वो कल वाला स्कर्ट मत पहन लेना नहीं तो राघव तुम पर फिर भड़केगा।

अंजली मुस्करा कर चली जाती है।

ज्योति को अब ऐसा लग रहा था अब उसे को गोद नहीं लेगा। उसके साथ हुआ हादसे के बाद कोई उसे प्यार नही करेगा। इसलिए उसने अब खाना पीना भी कम कर दिया और कल जब से इंस्पेक्टर और आशा जी की बात सुनी तब से उसने कुछ नहीं खाया था। जिसे उसकी तबीयत खराब होने लगी थी।

आशा जी और मधु अस्पताल ही थे। आशा जी ने राघव को घर भेज दिया था ईशा को सब सच बताकर और उसके साथ टिफिन लेकर अस्पताल आने को‌ बोल दिया था।



अगले भाग में।

कैसा लगा आज का भाग जरूर बताये अनचाही शादी में प्यार 37 भाग कैसा लगा।

1) ईशा किसकी दवाई लेकर घर आती है?
2) राघव किसे ड्रॉप करता हुआ जाता है?
3) गोयल हाउस में सुबह सुबह कौन नाश्ता लेकर आता है?
4) हिमा के पास अस्पताल में कौन होता है?

धन्यवाद

पूजा (kahanisangrah.in)

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